Monday, October 7, 2019

New Ghazal By Praveen Kumar Pandey

ग़ज़ल 

ज़िन्दगी के हर दुःख-दर्द में साथ तेरा हो, 
उड़ूँ आसमान में लेकिन तुम ही मेरा बसेरा हो, 
जब भी नाराज़ होगे मना लेंगें तुम्हें, 
क्योंकि तुम ही मेरी अँधेरी रातों का सवेरा हो|

मेरी हर ख़ुशी का एक हिस्सा तुम्हारा हो, 
और तेरी मुसीबतों का पहाड़ सिर्फ़ मेरा हो|

मुझे हर वक़्त भले ही तूफानों का क्यों ना सामना करना पड़े, 
मगर तेरी ज़िन्दगी हर लम्हा बस ख़ुशी का दशहरा हो|

जब भी यह प्रवीण कभी किसी चीज़ में उलझ जाए, 
तो तेरे पास मेरे लिए दुनिया भर के मशवरा हो|

ज़िन्दगी हर दुःख-दर्द में साथ तेरा हो, 
उड़ूँ आसमान में लेकिन तुम ही मेरा बसेरा हो|

_pk_Nobody_

Sunday, October 6, 2019

New Ghazal By Praveen Kumar Pandey

ग़ज़ल 

तू हर मोड़ पर एक नया सवाल करती है, 
गलती से भी रूठ जाए तो बड़ा बवाल करती है, 
मेरे लिए तुझसे ज्यादा खूबसूरत चीज और कुछ भी नहीं, 
शायद इसलिए ए जिंदगी तू बेहद अनोखे कमाल करती है. 

ए जिंदगी अगर तुझसे मोहब्बत हो जाए तो, 
तू हर मोड़ पर सही गलत का ख्याल करती है. 

तू किसी के नसीब में गमों का पहाड़ देती है, 
तू किसी को ताह उम्र के लिए मालामाल करती है. 

जिन्हें जिंदगी से अक्सर शिकायतें रहती हैं, 
तू उनके लिए भी कुछ ना कुछ धमाल करती है. 

यह जिंदगी इस प्रवीण ने तुझ से बहुत कुछ सीखा है, 
तभी शायद तू मेरे हर फैसले का दिल से इस्तकबाल करती है.

_pk_Nobody_

Monday, September 30, 2019

New Ghazal By Praveen Kumar Pandey


ग़ज़ल 

जो नियत से पढ़ी जाए उसे नमाज़ कहते हैं, 
जो बातें दिल के तिजोरी में रखी जाए उसे राज़ कहते हैं, 
हमें अपने मुल्क के सभी धर्मों पर नाज़ ही तो है, 
इसलिए कश्मीर को आज भी हिंदुस्तान के सर का ताज कहते हैं.

बाबू, सोना, जानू, डार्लिंग तो आम अलफ़ाज़ हैं, 
हम तो अपनी वाली को प्यार से बेग़म जान कहते हैं.

जो आपके साथ ही रह कर आपसे चालबाज़ी करे, 
उन नालायकों को सबसे बड़ा धोखेबाज़ कहते हैं.

जिसे लोग हमारा अंत समझते हैं, 
हम उसे ही दबी जुबां में अपना आगाज़ कहते हैं.

और जो दुश्मनों पर कभी भी फट पड़े,
       उसे ही तो हिंदुस्तानी सेना की गाज कहते हैं.


जो नियत से पढ़ी जाए उसे नमाज़ कहते हैं, 
जो बातें दिल के तिजोरी में रखी जाए उसे राज़ कहते हैं, 
हमें अपने मुल्क के सभी धर्मों पर नाज़ ही तो है, 
इसलिए कश्मीर को आज भी हिंदुस्तान के सर का ताज कहते हैं|1|

_pk_Nobody_